Arnab Goswami Biography In Hindi | अर्नब गोस्वामी का जीवन परिचय

अर्नब गोस्वामी का जीवन परिचय, जन्म शिक्षा, परिवार, संपत्ति, करियर, विवाद, रोचक बातें ( Arnab Goswami Biography In Hindi, age, family, net wprth, education, facts, car, home)

 

अर्नब गोस्वामी एक भारतीय पत्रकार, टेलीविजन समाचार प्रस्तुतकरता और रीपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक है। अर्नब गोस्वामी का नाम बहुत बड़े पत्रकारों की लिस्ट में पहले नंबर पर लिया जाता है उनके बोलने का बेबाक अंदाज लोगों को काफी पसंद आता है, क्योंकि यह अपने शो में सच को बहुत ही गहराई से और साहस से सामने रखते हैं। अर्णब गोस्वामी ने अपने करियर की शुरुआत 1995 में की थी और आज के समय में अपने आक्रामक पत्रकारिता के लिए पहचाना जाता है। तो चलिए दोस्तों हम आपको विस्तार से बताते हैं, लोकप्रिय पत्रकार अर्णब गोस्वामी का जीवन परिचय।

Arnab Goswami Biography In Hindi | अर्नब गोस्वामी का जीवन परिचय

नाम
अर्नब गोस्वामी
जन्म स्थान
गूवाहाटी, असम
जन्म तारीख
7 मार्च 1973
उम्र
52 साल
शिक्षा
न्रुविज्ञान में मास्टर की डिग्री, BA
स्कूल
सरकारी स्कूल, बलियापुर
कॉलेज
केंद्रीय विद्यालय, छावनी, जबलपुर
नागरिकता
भारतीय
पेशा
पत्रकार
डेब्यू
NDTV (1995 )
चैनल
Republic TV
पत्ता ( Republic TV )
बॉम्बे डाइंग मिल कंपाउंड, पांडुरंग बुधकर मार्ग, वर्ली, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत।
संपत्ति
1200 करोड़

 

अर्नब गोस्वामी का जन्म (Arnab Goswami Birth)

  • 7 मार्च 1973 को असम के गुवाहाटी में अर्नब गोस्वामी का जन्म हुआ था। उनके पिताजी का नाम मनोरंजन गोस्वामी है और मां का नाम सुप्रभात गेन गोस्वामी है। अर्नब गोस्वामी के पिताजी मनोरंजन गोस्वामी भारतीय सेवा में करनल के पद पर कार्यरत थे। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे और उनकी मां के लेखिका है।
  • अर्नब गोस्वामी के दादा का नाम रजनीकांत गोस्वामी था, वह पेशे से एक वकील थे और उनके नाना का नाम गौरीशंकर भट्टाचार्य था, वह एक विधायक भी थे और उन्होंने कई सालों तक असम राज्य में विपक्ष के नेता के रूप में काम किया था। अर्नब गोस्वामी के मां का नाम सिद्धार्थ भट्टाचार्य हैं। वह गुवाहाटी ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक के रूप में कार्यरत है। इसके अलावा भाजपा की असम इकाई के प्रमुख भी रह चुके थे।

अर्नब गोस्वामी की शिक्षा (Arnab Goswami Education)

  • अर्नब गोस्वामी के पिताजी भारतीय सेवा में होने के कारण उनके स्कूल की पढ़ाई विभिन्न क्षेत्रों से हुई। अर्नब ने दिल्ली छावनी के सेंट मैरी स्कूल से माध्यमिक परीक्षा पुरी की और जबलपुर छावनी के केंद्रीय विद्यालय से वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा पास की। इसके बाद अर्नब गोस्वामी ने बीए ऑनर्स के डिग्री हासिल करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में दाखिला लिया।
  • साल 1994 में सेंट एंथोनी कॉलेज ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय इंग्लैंड से न्रुविज्ञान में मास्टर की डिग्री हासिल की। अर्णब गोस्वामी ऑक्सफोर्ड में फेलिक्स स्कॉलर रह चुके थे। साल 2000 में अर्नब गोस्वामी कैंब्रिज विश्वविद्यालय के सिडनी ससेक्स कॉलेज के अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विभाग में विजिटिंग डीसी पावेट फेलो भी थे।
  • ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई करने के बाद अर्नब भारत लौटे और अपने कॉलेज के प्रेमिका सम्यब्रत रे गोस्वामी से शादी कर ली और इनका एक बेटा है।

अर्नब गोस्वामी का पत्रकार के रूप में करियर 

Arnab Goswami Biography In Hindi

  • अर्नब गोस्वामी ने कोलकाता में स्थित द टेलीग्राफ में अपने पत्रकार करियर की शुरुआत की थी। इसके 1 साल बाद वह दिल्ली शिफ्ट हुए और एनडीटीवी न्यूज नेटवर्क से जुड़ गए एनडीटीवी न्यूज नेटवर्क में अर्नब गोस्वामी ने बहुत ही अच्छी एंकरिंग करने का हुनर दिखाया। उन्होंने न्यूज़ ओवर और न्यूज़ टुनाइट जैसे शो में एंकरिंग की। जिसको डीडी मेट्रो के लिए प्रसारित किया गया था। साल 2004 में एशियाई टेलिविजन अवॉर्ड्स की सूची में अर्णब गोस्वामी न्यूज़ नाइट के लिए एशिया के सर्वश्रेष्ठ न्युज एंकर का पुरस्कार अपने नाम किया।
  • साल 2006 में, अर्णब गोस्वामी एनडीटीवी न्यूज नेटवर्क को छोड़ दिया और टाइम्स नाउ न्यूज़ चैनल में प्रधान संपादक के रूप में काम करने लगे। टाइम्स नाउ नवभारत न्यूज़ चैनल में अर्णब गोस्वामी ने अर्नब के साथ फ्रेंकली स्पीकिंग नाम के प्रोग्राम की एंकरिंग की। जहां पर उन्होंने हामिद करजई, बेनजीर भुट्टो, हीलेरी क्लिंटन, दलाई लामा समेत नरेंद्र मोदी जैसे बड़ी-बड़ी हस्तियों का इंटरव्यू किया।
  • अर्णब गोस्वामी ने 1 नवंबर 2016 को टाइम्स नाउ को छोड़ दिया, क्योंकि उनका कहना यह था कि,पत्रकारता के स्वतंत्रता की कमी और संपादकीय मतभेद न्यूज़ रूम की राजनीति का हवाला दिया था।
  • 6 मई 2017 को अर्नब गोस्वामी ने अपने बड़े करियर की शुरुआत करते हुए रिपब्लिक टीवी न्यूज़ नेटवर्क की शुरुआत की। जिसे एशियानेट नेटवर्क द्वारा वित्तपोशित करवाया गया था। इस एशियानेट को राजीव चंद्रशेखर द्वारा वित्तपोशित किया गया था।
  • राजू चंद्रशेखर के भाजपा से संबंध थे और केरल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उपाध्यक्ष भी थे और बाद में आधिकारिक रूप से उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर दी। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद एशियानेट के निदेशक के पद से इस्तीफा दिया था। रिपब्लिक टीवी की स्थापना होने के बाद बहुत जल्द ही सबसे ज्यादा अंग्रेजी समाचार देखने वाला चैनल बन गया था।
  • 20 अप्रैल 2020 को अर्नब गोस्वामी ने इसके अध्यक्ष शेखर गुप्ता पर आरोप लगाते हुए और कई मसलों का हवाला देते हुए लाइव टेलीविजन पर एडिटर गिल ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में तुरंत इस्तीफा दिया था।

अर्नब गोस्वामी के विवाद (Arnab Goswami Controversy)

  • अर्नब गोस्वामी और रीपब्लिक टीवी के खिलाफ शशि कपूर ने दिल्ली उच्च न्यायालय में दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया था। थरूर ने बताया कि 8-13 मई के बीच में अर्नब ने उनको साल 2014 में उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर के निधन से जोड़ दिया। फिर उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मनमोहन का बयान सामने आया और कहा गया की, “बयान बाजी कम करें”, आप अपनी कहानी बता सकते हैं, आप सत्य को उजागर कर सकते हैं, लेकिन आप उनका नाम नहीं ले सकते हैं। यह काफी अनुचित है।
  • साल 2018 में 25 अगस्त को अर्नब गोस्वामी को सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।सोशल मीडिया पर अर्नब का 30 सेकंड का एक वीडियो क्लिप काफी वायरल हुआ। जिसमें उन्होंने बाढ़ प्रभावित केरल की मदद के लिए विदेशी सहायता को रोकने के लिए चर्चा की थी, मैंने अब तक देखा “सबसे बेशर्म भारतीय देखा जा सकता है” बाद में साबित हुआ कि उनका बयान वामपंथी और यूएई से 700 करोड रुपए की सहायता लेकर फर्जी न्यूज़ फैलाने का मामला सामने आया था, ना कि केरल वासियों के लिए।
  • साल 2018 के 30 अगस्त को भारतीय समाचार प्रसारण मानक प्राधिकरण (NBSA) ने अर्नब गोस्वामी और रीपब्लिक टीवी से एक व्यक्ति के वर्णन करने के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए माफी मांगने की मांग की थी। इसके बाद रिपब्लिक टीवी ने अपनी वेबसाइट और यूट्यूब अकाउंट से उस वीडियो को डिलीट कर दिया। लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी और अपील दायर करवाई थी।
  • 2019 के अक्टूबर में अर्नब गोस्वामी के डिबेट में धार्मिक रूढ़िवादिता और जाति टिप्पणीयो के बाद रिपब्लिक टीवी को फिर से माफी मांगने की अपील की।

अर्नब गोस्वामी और उद्धव ठाकरे विवाद

  • महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे, महाराष्ट्र में पालघर में साधुओं की हत्या हुई थी, उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कि, इसको लेकर अर्नब गोस्वामी ने अपने न्यूज़ चैनल पर काफी डिबेट की और ठाकरे सरकार को आड़े हाथ लिया। अर्णब गोस्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत के मामलों में ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का नाम लेने की कोशिश की। जो शिवसेना को काफी रास नहीं आया और लगातार अर्नब शिवसेना पर सवाल उठाते रहे और कहते रहे, यह वही उद्धव ठाकरे हैं उनके मंत्री पैसा वसूली कांड की मामले में जेल में बंद पड़े हैं। जिनके मंत्रियों के रिश्ते दाऊद इब्राहिम से हैं और यह वही उद्धव ठाकरे हैं जिनके गुंडे कार्टून शेयर करने पर लोगों की पिटाई करने के लिए पहुंचते थे।

अर्नब की हुई गिरफ्तारी (Arnab Goswami Arrest)

4 नवंबर 2020 को अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवाया गया था। उनके ऊपर आरोप लगाया गया था, कि आत्महत्या के लिए उन्होंने किसी को उकसाया। मुंबई पुलिस ने अर्नबको आईपीसी की धारा 306 और धारा 34 कि धारा लगाई थी। साल 2018 में अन्वय नाईक अपनी मां कुमुद नायक के साथ अलीबाग में स्थित एक बंगले में मृत पाए गए थे। वह एक इंटीरियर डिजाइनर थे। नाइक ने अपने सुसाइड नोटिस में अर्नब गोस्वामी समेत रिपब्लिक टीवी और तीन व्यक्तियों पर बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया था। इसके बाद अर्नब ने आत्महत्या का कारण बताया। 11 नवंबर 2020 को अर्नब गोस्वामी को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने अंतिम जमानत दी।

अर्नब गोस्वामी के पुरस्कार और उपलब्धियां (Arnab Goswami Awards)

  • साल 2008 में अर्नब गोस्वामी को पत्रकारिता के करियर में उत्कृष्टता के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार से नवाजा गया।
  • साल 2012 में साल की न्यूज टेलिविजन एडिटर इन चीफ के के लिए ENBA नाम का पुरस्कार अपने नाम किया।
  • 8 दिसंबर 2019 को अर्नब गोस्वामी न्यूज ब्रॉडकास्टिंग फेडरेशन के अध्यक्ष चुने गए। फेडरेशन में 78 चैनल शामिल थे जो NBSA की जगह लेने के लिए छटपटाते थे।
  • 26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद, हमले पर अर्नब गोस्वामी ने 65 घंटे के शो को होस्ट करते रहे। अक्टूबर 2008 के ट्रस्ट वोट के लिए अर्नब ने 26 घंटे तक लगातार लाइव एंकरिंग की थी।
  • अर्नब गोस्वामी को कांबेटिंग टेररिज्म: द लीगल चैलेंज का लेखक भी माना जाता है। अर्नब गोस्वामी आज के समय में कई लोगों के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं। उनकी पत्रकारी करने का तरीका लोगों को काफी पसंद आता है, क्योंकि वह सवाल उठाने की निरंतरता और साहस रखते हैं। उनसे ये सीखी जा सकती है।

FAQ:

अर्नब गोस्वामी का मासिक वेतन कितना है?

लगभग 12 से 15 करोड़ सालाना

अर्नब गोस्वामी की सैलरी कितनी थी?

एक करोड रुपए प्रति माह

अर्नब गोस्वामी को क्या हुआ था?

अर्नब गोस्वामी को चार नंबर 2019 को मुंबई पुलिस में गिरफ्तार किया था

रिपब्लिक चैनल का मालिक कौन है?

अर्नब गोस्वामी

यह भी पढे: 

रुबिका लियाकत का जीवन परिचय
आकांक्षा दुबे का जीवन परिचय
मनोज दे का जीवन परिचय

अंतिम शब्द:

दोस्तों मुझे विश्वास है कि Arnab Goswami Biography In Hindi वाला लेख आपको पसंद आया होगा, अगर आपको पसंद आया तो आप अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करके इसकी जानकारी जरूर दें |

अगर आपकी कोई प्रतिक्रिया है और इस ब्लॉग में हमने आपको क्या जानकारी नहीं दी है, आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं, या फिर Contact Us में जाकर आप मुझे ईमेल कर सकते हैं | इसके अलावा मुझे सोशल मीडिया पर फॉलो भी कर सकते हैं | बहुत जल्द ही आप लोगों से नए ब्लॉग के साथ मुलाकात होगी Arnab Goswami Biography In Hindi  ब्लॉग को पढने के लिए बहुत “धन्यवाद”|

Leave a Comment